इंटरनेट: दोस्त या दुश्मन
इंटरनेट एक ऐसा शब्द है जिसके बारे में हमने कुछ साल पहले तक सुना भी नहीं था। दशकों पहले जब इंटरनेट इतना प्रचलित नहीं था, तब खबरों का एकमात्र साधन अखबार और टीवी पर दूरदर्शन चैनल थे। बस, इसके जरिए हम देश-दुनिया, मौसम या प्राकृतिक आपदाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते थे और दूरदराज के गांवों में जहां बिजली भी उपलब्ध नहीं थी, वहां यह जानकारी प्राप्त करना मुश्किल था। वहां के लोग दुनिया से कटे हुए थे।
लेकिन औद्योगिक क्रांति के आगमन के साथ ही नए शोध और नई तकनीकें आईं। इंटरनेट ने इसमें हलचल मचा दी है। आज इंसान इंटरनेट से इतना घुल-मिल गया है कि वह इंटरनेट के साथ ही जागता है और अपनी रातें भी इंटरनेट के साथ ही बिताता है। इंटरनेट के बिना एक दिन की कल्पना करना भी मुश्किल है। तो आइए देखें कि इंटरनेट के बिना क्या हो सकता है?
इंटरनेट आज के युवाओं की बुनियादी जरूरत बन गया है। आज का युवा खाने के बिना तो जिंदा रह सकता है लेकिन इंटरनेट के बिना नहीं रह सकता। यह एक ऐसी लत है जो उनके लिए अच्छी भी है और बुरी भी। शुरुआती दिनों में इंटरनेट इतना प्रचलित नहीं था लेकिन मोबाइल के भरोसे के साथ इंटरनेट पूरी दुनिया के लिए एक बुनियादी जरूरत बन गया है। जिसका इस्तेमाल आज के दौर में सबसे ज्यादा किया जाता है।
इंटरनेट ने दुनिया को बहुत तेजी से आगे बढ़ाया है। इंटरनेट विज्ञान का एक ऐसा वरदान है जिसने मानव जीवन को आसान बना दिया है। इसीलिए इंटरनेट के बिना जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल है। आज हर छोटा से लेकर बड़ा काम इंटरनेट का इस्तेमाल करके किया जाता है। फिर चाहे वो मेडिकल फील्ड से जुड़ा हो या फिर कमर्शियल फील्ड से। इंटरनेट ने लगभग पूरी दुनिया को अपने आगोश में ले लिया है।
अब अगर आज के दौर में इंटरनेट न हो तो देखते हैं हमें किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। अगर इंटरनेट न हो तो आज हम जो जिंदगी जी रहे हैं वो बिल्कुल अलग होगी। आज देखा जाए तो इंटरनेट की वजह से ही हम अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से लगातार संपर्क में रह पाते हैं। पढ़ाई के लिए विदेश गए छात्र या फिर काम के सिलसिले में गए लोग वीडियो कॉलिंग के जरिए अपने माता-पिता और परिवार से लगातार संपर्क में रह पाते हैं। देश और विदेश के बीच की दूरी कम हो गई है। ऐसा लगता है जैसे आमने-सामने बैठकर बात कर रहे हों। अगर इंटरनेट न होता तो विदेशों में रहने वाले ये लोग लंबे समय तक अपने परिवार के लोगों का चेहरा कैसे देख पाते?
आज हम इंटरनेट के ज़रिए वीडियो, अपनी खुशियाँ और अपने दुख साझा नहीं कर पाते। अगर इंटरनेट न होता तो हम किसी को ईमेल नहीं भेज पाते। हम कई ज़रूरी दस्तावेज़ ईमेल के ज़रिए दफ़्तरों में भेज सकते हैं और भेजने के तुरंत बाद सामने वाले को मिल जाते हैं। ऐसा कैसे संभव होता? दफ़्तर में बैठे-बैठे ही ईमेल के ज़रिए करोड़ों की डील की जा सकती है। लेकिन अगर इंटरनेट न होता तो हमें इस डील को पाने के लिए कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता।
अगर आप किसी कंपनी में रजिस्टर होना चाहते हैं और आपके पास इंटरनेट नहीं है तो आपको इन दस्तावेज़ों को पाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। इंटरनेट के ज़रिए हम गूगल, याहू पर जाकर कोई भी बात, कोई भी सवाल सर्च कर सकते हैं और सारी जानकारी पा सकते हैं। क्या इंटरनेट के बिना हमें ये जानकारी मिल पाती?
आज की पीढ़ी अपने पसंदीदा मनोरंजन कार्यक्रमों को देखने के लिए टीवी चैनलों पर निर्भर नहीं है। क्योंकि इंटरनेट की वजह से वे अपने पसंदीदा कार्यक्रमों को बिना खोले कभी भी देख सकते हैं। आज इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग ने बहुत जोर पकड़ लिया है और दुकान-दुकान जाकर शॉपिंग करने का जो मजा था, वह खत्म हो गया है। इसकी जगह अब इंटरनेट के माध्यम से आप अपनी मनचाही शॉपिंग चुनकर ऑर्डर कर सकते हैं और आपकी मनचाही चीज आपके घर पहुंच जाती है।
इंटरनेट का कमाल देखिए। इंटरनेट की वजह से आप घर बैठे पैसे कमा सकते हैं। ऐसे बहुत से लोग हैं जो देश-विदेश की कंपनियों के लिए घर से काम करके पैसे कमाते हैं।
सोचिए अगर कोरोना काल में इंटरनेट न होता तो बहुत से नौकरीपेशा लोगों को घर बैठना पड़ता। लेकिन अगर इंटरनेट होता तो लाखों लोग इस कोरोना काल में घर से काम करके अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकते थे और इस मुश्किल समय में गुजारा कर सकते थे। लॉकडाउन के मुश्किल समय में जब सभी अपनों से मुलाकात नहीं हो पा रही थी, तो अस्पतालों में भर्ती लोग वीडियो कॉल के जरिए अपने परिजनों का दर्द महसूस कर सकते थे। अगर इंटरनेट न होता तो वे मरीज मानसिक रूप से कमजोर हो जाते और उनकी जान भी जा सकती थी।
इंटरनेट के माध्यम से बहुत से बेरोजगार लोगों को रोजगार मिलता है। लोग यूट्यूब और ऐसे ही चैनलों पर अपना अकाउंट बनाकर वीडियो शेयर करते हैं और उनसे रोजगार पाते हैं। इंटरनेट के बिना उन्हें यह नहीं मिल सकता था।
बैंक में रखे पैसे, स्टेटमेंट इंटरनेट के माध्यम से पता किए जा सकते हैं। बैंक जाने की जरूरत नहीं है। दुकानों में ऑनलाइन पैसे का भुगतान किया जा सकता है। इसलिए, इंटरनेट के कारण अब अपने साथ बहुत सारे पैसे ले जाने से बचा जा सकता है। अगर इंटरनेट नहीं है, तो आपको बिजली बिल, गैस बिल का भुगतान करने के लिए लंबी कतार में खड़ा होना पड़ता है। लेकिन यहां, भुगतान एक मिनट में साफ हो जाता है।
दोस्तों, छात्रों के बारे में सोचिए। जब कोरोना काल में लंबे समय तक स्कूल बंद रहे, तो हम सोच भी नहीं सकते कि उनकी पढ़ाई कैसे खराब नहीं हुई होगी। कैसे शिक्षक लगातार छात्रों के संपर्क में रह सकते थे और उन्हें पढ़ाई करवा सकते थे। तो, इंटरनेट के माध्यम से, भले ही सभी बच्चे स्कूल नहीं आ सके, लेकिन शिक्षक स्कूल को उनके घरों तक ले जा सकते थे। लंबे समय तक छात्र ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से खुद को अपनी पढ़ाई से जोड़े रख सकते थे।
इंटरनेट की वजह से हम अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से लगातार संपर्क में रह सकते हैं। पढ़ाई या काम के लिए विदेश गए लोग वीडियो कॉलिंग के ज़रिए अपने माता-पिता और परिवार से लगातार संपर्क में रह सकते हैं। देश और विदेश के बीच की दूरी कम हो गई है। ऐसा लगता है जैसे हम आमने-सामने बैठकर बात कर रहे हैं। अगर इंटरनेट न होता तो विदेश में रहने वाले लोग अपने परिवार के लोगों का चेहरा लंबे समय तक कैसे देख पाते? आज इंटरनेट की वजह से हम अपने सुख-दुख साझा कर सकते हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाते।
